THE BASIC PRINCIPLES OF SIDH KUNJIKA

The Basic Principles Of sidh kunjika

The Basic Principles Of sidh kunjika

Blog Article



देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः

Your browser isn’t supported any more. Update it to find the most effective YouTube working experience and our most up-to-date characteristics. Learn more

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंडबिहारहरियाणाराजस्थानमहाराष्ट्रगुजरातमध्य प्रदेशझारखंडछत्तीसगढ़दिल्ली एनसीआरपंजाब

देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से विपदाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं और समस्त कष्ट से मुक्ति मिलती click here है। यह सिद्ध स्त्रोत है और इसे करने से दुर्गासप्तशती पढ़ने के समान पुण्य मिलता है।

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।

मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।

Report this page